एक दिन के चुनाई के खातिर छन होवा झगड़ा
भाई ल भाई के दुश्मन बनाके, करदिच बड़ लफड़ा
अरे सत्ता पाबे, सिंहासन पाबे अउ का पाबे रूपया
गांव के संगी साथी ल राजनीती हा करत हे दुरिहा
पारा मुहल्ला हा लड़ मरत हे, हो जाथे ख़ूनख़राबी
चुनाई के खातिर गाव गाव म होथे दंगाफसादी
पैसा खाके बोट बेचहा त करहा जिनगीभर गुलामी
पड़े लिखे सज्जन ल चुनहा त सुनहि तुहर गुहारी
विकाश के खातिर सबझन ल समझे ल पड़ही अपन जवाबदारी।
Milan Kant nagar panchayat malhar
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