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वाटसफिया चोर
*हाइकू* मोर
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चोर हे चोर
भाजी साग जइसे
तरी म झोर । (1)
चटके हे जी
साहित्य के कराही
खो जर जाही । (2)
हकाल ओला
हमर बारी कोला
भरत हे झोला । (3)
काम हमर
अपन नाव लिखे
कवि तै दिखे । (4)
आने के बारी
टोरे भाटा मुरई
लेगत जाई । (5)
देखहू तोला
फेर काली आबे रे
लुटहू झोला। (6)
कापी पेस्ट ल
झीन कर तयहा
अभी चेत ज। (7)
चोरी लेख म
का पाबे रे गियान
उहे रुक ज । (8)
तै पकड़ाबे
जेनदीन पगला
मान गवाबे। (9)
नाक तै कटाबे
संगीसाथी छूटही
त रोबे गाबे। (10)
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मिलन मलरिहा
मल्हार बिलासपुर
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