----------------------
बात बड़ी पुरानी है
एक चूहे की कहानी है
एक शेर था उस वन में
डर फैला था जन जन में
सारा जंगल परेशान था
बल का उसको अभिमान था
एकदिन आया वहां शिकारी
जाल फैलाया चउओर सारी
उसमें फस गया शेरु राजा
अकड़ का उसका बज गया बाजा
फिर चूहे को दया आ गया
जाल काटकर उसे बचाया
शेरु ने अपनी गलती मानी
जुरमिल कर रहने की ठानी
यही है जीवन की सच्चाई
छोटा बड़ा नई कोई भाई
।
मिलन मलरिहा
मल्हार
----------------------
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें