शनिवार, 18 जुलाई 2020

श्रीमती_कविता_वासनिक. कविता हिरकने..... आर्ट छायाचित्र मिलन मलरिहा.





आज मोर दाई के पसंदीदा गायिका #श्रीमती_कविता_वासनिक के जन्मदिन हे। दाई आज ले ओकर स्वर ला पहिचान जाथे जब भी ओकर धुन के गीत आकाशवाणी मा चलथे जेला कोई आने गायिका प्रस्तुति देथे ता ओकर कान हा ओला (रिजेक्ट कर) निनास देथे अउ कविता हिरकने के सुरता करथे। ओकर ले छोड़ आने के स्वर/गीत ला ओहा पसंद करबे नइ करय। यहां तक के पद्मश्री गायिका के तान ला ओहा नइ मिठात हे कहिथे। अउ कइथे कि हिरदे के तार ला उचका के हिलोर देवइया मनमोहक सूर-तान, हर कलाकार करा नइ रहय।
कुछ गीत जेन आजले सूपर डूपर हीट हे जेला सब जानथे:-
#पता_लेजा_रे_गाड़ीवाला
#मोला_जावन_देना_रे_अलबेला
#मंगनी_मा_मांगे_मया
#धनी_बिना_जग_सुन्ना
#तोर_पागा_मा_कलगी_रैहव_बनके
#तोर_संग_राम_राम_के_बेरा

आजकल तो आकाशवाणी ला कोनों सुनेकस नइ करत हे।
 आज भी आकाशवाणी दूरदर्शन मा छत्तीसगढ़ी कार्यक्रम आथे ता दाई के कान-आंखी हिरकने ला ताकथे।
दाई बताथे सन् 1985 के बखत कविता हिरकने /वासनिक, लक्ष्मण मस्तुरिहा, ममता चंद्राकर, बैतलराम साहु एमन सुपर स्टार रहिस एमन के दर्जा भगवान के बरोबर रहिस अउ जुन्ना मनखे के हिरदय मा आज भी हे।
मोर दाई हा कविता हिरकने के आवाज/गीत के जबर चाहने वाला आय अउ ओकरे खातिर हमर दीदी के नाम कविता हिरकने के नाम ला देख सुन के ही कविता नाम धरिस।
मोर दाई के पसंदीदा गायिका मतलब मोर बर दाई के समान हे, मैं ओला जन्मदिन के बिक्कट अंकन बधाई देवत प्रणाम करत हंव 🙏 सदा स्वस्थ रहय,कामना हे कि पद्मश्री मिलय जेकर वो हकदार हे।

कवि
मिलन मलरिहा
मल्हार
बिलासपुर छग

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